Credit Card Meaning in Hindi (Credit Card Definition in Hindi)
Table of
Content
- क्रेडिट कार्ड क्या होता है?
- क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार के होते हैं
- क्रेडिट कार्ड के फायदे
- क्रेडिट कार्ड के नुकसान
- क्रेडिट कार्ड पात्रता मानदंड
- क्रेडिट कार्ड अप्लाई (क्रेडिट कार्ड कैसे बनता है?)
- क्रेडिट कार्ड आवेदन के लिए ज़रूरी
दस्तावेज
- क्रेडिट कार्ड का उपयोग कैसे
करें
- डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड
में अंतर
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क्रेडिट
कार्ड क्या होता है? (Credit Card Meaning in Hindi)
क्रेडिट कार्ड
एक बैंक या वित्तीय सेवा कंपनी द्वारा जारी किया जाने वाला प्लास्टिक या धातु का एक
पतला आयताकार टुकड़ा होता है। यह कार्डधारकों को अपनी खरीद के लिए भुगतान करने के लिए प्री-अप्रूव्ड
लिमिट से धन उधार लेने की सुविधा प्रदान करता है।
क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता बैंक या वित्तीय सेवा कंपनी द्वारा आवेदक के क्रेडिट स्कोर, क्रेडिट हिस्ट्री और उसकी आय के आधार पर क्रेडिट लिमिट निर्धारित
करता है।
क्रेडिट कार्ड उधारी खाता
की तरह है। क्रेडिट कार्ड से धन का उपयोग करने के बाद एक निश्चित समय के भीतर अगर आप
इसका भुगतान कर देते हैं तो इस पर आपको कोई भी ब्याज नहीं देना पड़ेगा और अगर किसी
कारणवश आप भुगतान करने में देरी करते हैं तो बैंक द्वारा आप पर तय किया गया कि ब्याज
आरोपित किया जाएगा।
क्रेडिट कार्ड की सहायता से आप एक निश्चित समय में खरीददारी और अपने अन्य कामों के लिए एक निश्चित राशि का भुगतान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कर सकते हैं। इसके पश्चात आपके द्वारा उपयोग की गई धनराशि को एक निश्चित समय में क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता बैंक को आपको वापस करनी होती है। आप चाहे तो इस धनराशि को एकमुश्त या किस्तों में भी चुका सकते हैं।
अन्य शब्दों में कहे तो एक क्रेडिट कार्ड बैंक द्वारा कार्डधारक को दिया गया एक प्रकार का लोन है, जिसका भुगतान एक निश्चित समय के अंदर करना होता है। इस प्रकार के दिए गए लोन की खास बात यह होती है कि इसकी एक सीमा होती है, उसी सीमा तक (क्रेडिट लिमिट) आप धनराशि को खर्च कर सकते हैं। यदि आप क्रेडिट लिमिट से अधिक खर्च करते हैं या धनराशि के रीपेमेंट को टाइम लिमिट के भीतर बैंक को भुगतान नहीं करते हैं तो आपको पूर्व निर्धारित नियमों के अनुसार बैंक को ब्याज देना होगा।
क्रेडिट कार्ड
कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Credit Card in Hindi)
आज आप क्रेडिट कार्ड का उपयोग शॉपिंग करने के अलावा बिजली के बिल, पानी के बिल, टिकट बुकिंग, रिचार्ज आदि जैसे कई प्रकार के कामों के लिए कर सकते हैं।
अब हम भारत में कितने प्रकार के क्रेडिट कार्ड है, उस बारे में चर्चा करेंगे। आइए देखते हैं भारत में कितने प्रकार के क्रेडिट कार्ड उपलब्ध है और उनकी विशेषताएं क्या है?, साथ ही उनके लाभों को भी हम जानेंगे।
1. ट्रैवल क्रेडिट
कार्ड (Travel Credit Card):
आज लगभग सभी बैंकों द्वारा ट्रैवल क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ट्रैवल क्रेडिट कार्ड की मदद से आप ऑनलाइन टिकट बुकिंग, बस टिकट बुकिंग, रेल टिकट बुकिंग, कैब बुकिंग के साथ-साथ होटल में ठहरने और खाने-पीने तक का भुगतान कर सकते हैं। जब भी आप अपने ट्रैवल कार्ड का प्रयोग इन सब चीजों भुगतान के लिए करते हैं तो आपको रिवॉर्ड के रूप में पॉइंट मिलते हैं, जिसे आप बाद में रिडीम करके अन्य चीजों के लिए भुगतान कर सकते हैं।
2. फ्यूल क्रेडिट
कार्ड (Fuel Credit Card):
फ्यूल क्रेडिट कार्ड की सहायता से आपके फ्यूल सरचार्ज में लगभग 1% तक का छूट प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही आप पेट्रोल पंप द्वारा दिया जाने वाले अन्य ऑफर्स का भी पूरा लाभ उठा सकते हैं। इस फ्यूल क्रेडिट कार्ड की मदद से आप अपने ईंधन पर होने वाले खर्चे में कमी ला सकते हैं।
3. रिवॉर्ड क्रेडिट
कार्ड (Reward Credit Crad):
रिवॉर्ड क्रेडिट कार्ड के उपयोग करने पर प्रत्येक ट्रांजैक्शन पर कोई ना कोई रिवॉर्ड प्रदान किया जाता है। इस क्रेडिट कार्ड से आप शॉपिंग करें, चाहे अन्य जगह पर अपना भुगतान करें, इसके द्वारा आपको निश्चित रूप से रिवॉर्डज प्वाइंट दिए जाते हैं। इससे एक से दो पर्सेंट तक कैशबैक मिलता है।
4. शॉपिंग क्रेडिट
कार्ड (Shopping Credit Card):
शॉपिंग क्रेडिट कार्ड के माध्यम से शॉपिंग करने पर आपको कई प्रकार के लाभ प्रदान किए जाते हैं। आप ऑनलाइन खरीदारी द्वारा अच्छा डिस्काउंट प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही आप ऑफलाइन खरीदारी में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इस कार्ड के द्वारा पार्टनर स्टोर पर भुगतान करने पर अतिरिक्त कैशबैक, डिस्काउंट वाउचर और अतिरिक्त लाभ प्रदान किया जाता है।
5. सेक्योर्ड क्रेडिट
कार्ड (Secured Credit Card):
सेक्योर्ड क्रेडिट कार्ड किसी फिक्स्ड डिपॉजिट को सिक्योरिटी के तौर पर रखकर जारी किए जाते हैं, जिस पर जारीकर्ता बैंक का कंट्रोल होता है। यह एक तरह की गारंटी होती है ताकि आपका ड्यू सही समय (टाइम लिमिट) पर जमा हो जाये। अगर आपने ही समय (टाइम लिमिट) पर भुगतान करने में कोई डिफॉल्ट किया तो आपकी एफडी को बैंक जब्त कर सकता है। सेक्योर्ड क्रेडिट कार्ड उन लोगों को दिया जाता है, जिनकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं होती है या क्रेडिट स्कोर यानी सिबिल स्कोर बहुत खराब होती है।
क्रेडिट कार्ड
के लाभ (Credit Card Benefits in Hindi)
किसी भी प्रकार के क्रेडिट कार्ड को अप्लाई करने से पहले आपको क्रेडिट कार्ड से मिलने वाले लाभों के बारे में जानकारी होना जरूरी है। चलिए अब हम क्रेडिट कार्ड से मिलने वाले लाभों के बारे में चर्चा करते हैं,ताकि आप क्रेडिट कार्ड के लाभ से परिचित हो सके।
1. वेलकम ऑफर:
आज लगभग सभी क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता अपने कस्टमर को विभिन्न प्रकार के वेलकम लाभ प्रदान करते हैं। इसके अंतर्गत में उनको गिफ्ट वाउचर, रीवार्ड प्वाइंट और अन्य लाभ प्रदान करने की पेशकश करते हैं।
2. रिवॉर्ड पॉइंट और कैशबैक:
इसका इस्तेमाल करके आप रीवार्ड प्वाइंट और कैशबैक कमा सकते हैं। इस रीवार्ड पॉइंट और कैशबैक का उपयोग आप दोबारा शॉपिंग करने के लिए कर सकते हैं। क्रेडिट कार्ड के उपयोग से मिलने वाले रीवार्ड प्वाइंट और कैशबैक आज आकर्षण का मुख्य केंद्र बना हुआ है। इसके कारण आज हर कोई क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना चाहता है।
3. फ्यूल सरचार्ज छूट:
ईंधन भरवाने के लिए क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने पर लगभग 1% तक फ्यूल सरचार्ज को माफ कर दिया जाता है। इसके साथ ही पेट्रोल पंप द्वारा अन्य विभिन्न प्रकार के ऑफर भी प्रदान किये जाते है।
4. एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस:
क्रेडिट कार्ड आपको एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस करने का भी लाभ प्रदान करते हैं। डोमेस्टिक एयरपोर्ट के साथ-साथ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
5. बीमा:
क्रेडिट कार्ड के द्वारा भिन्न प्रकार का बीमा कवर भी प्रदान किया जाता है। हवाई दुर्घटना कवरेज, कार्ड खोने होने पर कवर के साथ ही विदेशी अस्पताल में भर्ती होने पर भी बीमा द्वारा कवर किया जाता है।
6. कैश एडवांस:
क्रेडिट कार्ड के माध्यम से आप एटीएम से जरूरत पड़ने पर नगद राशि भी निकाल सकते हैं। यह सुविधा आपको इमरजेंसी में नगद राशि प्राप्त करने में सहायता करती है।
7. एड–ऑन कार्ड:
आजकल क्रेडिट कार्ड आपको एड–ऑन की सुविधा प्रदान करते हैं, जिसके द्वारा आप अपने पति-पत्नी, भाई-बहन, बच्चे के साथ-साथ परिवार के अन्य मेंबर में जोड़ सकते हैं।
8. EMI:
क्रेडिट कार्ड पर ईएमआई की भी सुविधा प्रदान की जाती है। इसके द्वारा अगर आप कोई बड़ी खरीदारी करते हैं तो उसका एक भुगतान एक साथ ना करके आप उसे EMI के द्वारा किस्तों में चुका सकते हैं।
9. Credit Score:
क्रेडिट कार्ड के सही तरीके से इस्तेमाल करने पर अर्थात समय पर किए गए भुगतान से आप अपने Credit Score को बढ़ा सकते हैं, जो भविष्य में आपको क्रेडिट कार्ड या लोन लेने में मदद करता है। अच्छा क्रेडिट स्कोर होने पर आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल जाता है।
क्रेडिट कार्ड
के नुकसान (Credit Card Disadvantages in Hindi)
1. क्रेडिट कार्ड में कुछ छिपे शुल्क (Hidden Charges) होते हैं जिसके बारे में क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता द्वारा नहीं बताया जाता है। जब महीने के अंत में आपको क्रेडिट कार्ड का बिल इन चार्जेस को जोड़ कर भेजा जाता है उस समय आपके पास इन चार्जेस को चुकाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं होता है। अतः यह आवश्यक है कि क्रेडिट कार्ड लेने से पहले आप उनके नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें, ताकि क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता लिए जाने वाले चार्जेस के बारे में आप अवगत हो सकें।
2. अगर आप क्रेडिट कार्ड बिल को दिए गए समय के भीतर चुका देते हैं तो इस पर आपको कोई भी ब्याज नहीं देना पड़ता है, लेकिन अगर आप उसको चुकाने में विफल होते हैं तो आपको भारी ब्याज चुकाना पड़ता है। इसके अतिरिक्त आपको कुछ अन्य फीस भी देनी पड़ती है जिससे आपकी क्रेडिट कार्ड बिल की लागत बढ़ जाती है।
3. अगर आप समय पर भुगतान नहीं करते हैं तो इस पर लगने वाला ब्याज चक्रवृद्धि ब्याज की दर से बढ़ता जाता है। यह आप पर वित्तीय बोझ बढ़ा सकता है। इस बात का ध्यान रखें कि आप अपने क्रेडिट कार्ड बिल को समय पर चुका दे।
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